आप देख सकते हैं किस-किस तरीके से इस दिए हुए मानचित्र में केवल जो नीला भाग है वह वास्तविकता में भारत के पास है और जो आप देख रहे हैं इसमें सियाचिन ग्लेशियर सक्षम वैली यह यह बाद भारत और पाकिस्तान बीच झगड़े की जड़ है !
दरअसल आजाद कश्मीर में ज्यादातर कश्मीरी पंडितों की आबादी थी किंतु लगातार इस्लामिक आक्रमण के कारण और उनकी क्रूरता के कारण दिन-प्रतिदिन वहां से कश्मीरी पंडितों का शोषण होने लगा ,उनकी महिलाओं बहन बेटियों के साथ अत्याचार होने लगे कश्मीरी पंडितों के लिए मुसलमानों ने एक तरीके का फतवा जारी किया कि सभी कश्मीरी पंडित यहां से चले जाएं नहीं तो वह मारे जाएंगे ,ज्यादातर पंडितों ने डर के मारे वहां से दिल्ली की ओर पंजाब की ओर आ गए और जो नहीं आ पाए उनके साथ बर्बरता की गई और उनकी जान ले ली गई इस तरीके से लगातार बढ़ती हुई इस क्रूरता के कारण कश्मीरी पंडितों का पलायन लगातार बढ़ता गया
आश्चर्य होता है कि उस समय हमारे देश की सरकार सारे नेता यह सब क्या कर रहे थे आज जब बात सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट की आती है बहुत से लोग वकालत करने के लिए घर से निकल आते हैं लेकिन जिन समय कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार हो रहे थे तो लोग क्या कर रहे थे सरकार क्या कर रही थी कि ज्यादातर कश्मीर जो है उसको पूर्णता एक इस्लामिक राज्य के दर्जा देने की कोशिश की गई मैं आभारी हूं अपनी नई सरकार का उसकी सोच का कि उसने इन सब चीजों से हटकर के राजनीतिक लाभ से हट कर के हमारे देश के लिए कश्मीर के लिए कश्मीर के नागरिकों के लिए एक अच्छी शुरुआत की है धन्यवाद देना चाहूंगा इस सरकार का जिसने कश्मीर के लिए लद्दाख के लिए एक नई पहल की है!